जालंधर (ब्यूरो)- Religious News … आज निर्जला एकादशी (NIRJALA EKADASHI) है और भक्तों ने व्रत रखे हुए हैं। यह एकादशी सभी एकादशी में सबसे प्रमुख मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि इसे रखने से साल भर की एकादशी का पुण्य फल मिल जाता है। इसके साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है। निर्जला एकादशी केवल व्रत और पूजा का दिन नहीं है, बल्कि यह अत्यंत प्रभावशाली आध्यात्मिक उपायों, दान, तप और पुण्य अर्जन का श्रेष्ठ अवसर भी है। इस दिन किए गए उपाय जीवन में शुभता, समृद्धि, स्वास्थ्य और मोक्ष तक का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। निर्जला एकादशी (NIRJALA EKADASHI) के दिन भगवान भगवान विष्णु का पूजन करते समय केवल पीले वस्त्र ही पहनें।
Religious News … पूजा में पीले फूल, तुलसी दल, चंदन, धूप-दीप रखें और शंख ध्वनि अवश्य करें। इस दिन दक्षिणावर्ती शंख में चावल भरकर रखें और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इसके बाद इन चावल को शंख से निकालकर एक पहले कपड़े में बांधकर अपनी धन रखने के स्थान पर रख लें। इससे आपकी आय में वृद्धि होगी, धन का संचय होगा और धन से जुड़े सारे काम सफलतापूर्वक होने लगेंगे।
1. शुक्रवार: यह दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। जब निर्जला एकादशी शुक्रवार (FRIDAY) को पड़ती है, तो भक्तों को मां लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलती है। आर्थिक स्थिति में सुधार आता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
2. रवि योग: यह ऐसा योग है जिसमें किया गया हर काम सफल होता है। इस दिन अगर कोई नया कार्य शुरू किया जाए या कोई विशेष प्रार्थना की जाए तो उसका असर जल्दी और अच्छा दिखाई देता है।
3. सर्वार्थ सिद्धि योग: यह योग सभी मनोकामनाएं पूरी करने वाला माना गया है। इस योग में किया गया व्रत, दान या पूजा विशेष फल देता है।